मनोरंजन से मन की बात तक- रेडियो की अमर प्रासंगिकता

-: National Radio Day :- प्रो. आरके जैन- रेडियो, वह जादुई माध्यम, जिसने बीसवीं सदी से इक्कीसवीं सदी तक मानव जीवन को गहराई से प्रभावित किया, आज भी उतना ही…

क्यों रूठी तू बरखा रानी : डॉ. शिव चौरसिया

-: Barkha Rani :- अक्षय चवरे के आमंत्रण पर आयोजित ग़ज़लांजलि साहित्यिक संस्था की काव्य-गोष्ठी की अध्यक्षता डॉ. श्रीकृष्ण जोशी ने की। विशेष अतिथि डॉ. शिव चौरसिया एवं श्रीमती रश्मि…

आज भी ताज़ा और प्रासंगिक है, शोले का गीत-संगीत

-: Sholay songs :- भारतीय सिनेमा के इतिहास में कुछ फिल्में ऐसी होती हैं, जो अपनी कहानी, किरदारों और संगीत के दम पर अमर हो जाती हैं। रमेश सिप्पी द्वारा…